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Saturday, April 27, 2019
Wednesday, November 28, 2018
मन की हलचल
इन लहरों से पूछो तुझे अपने मे शमा कर कैसा लगता है !
मेरे दिल से पूछो तुमको मेरा छोड़कर जाना मुझको कैसा लगता हैं जब छोड़ना ही था तो फिर अपनाया क्यों दो माझधारो को एक बनाया ही क्यों लहरों का मिलना नहीं था किनारो से तो लहरों को अपने मे शमाया ही क्यों
पर मुझको छोड़ कर तू भी ना जी पायेगा तू भी दो किनारो को एक ना कर पायेगा जब भी शमाना चाहोगे अपने मे मेरा सूखा प्यार याद आएगा आज नहीं तू भी कल रोयेगा जब कोई तेरा अपना तुझे छोड़ कर जायेगा पर शायद तब भी तुमको इतना दर्द ना हो पर मेरे शब्द तेरे आगे तब आएंगे जब भी तू पाना चाहेगा मुझको तब मे रहूँगी ना ही मेरी सांसे रहेगी पर हा मेरा प्यार तेरे मे तब भी रहेगा
बस यूँ ही अपनों के नाम......
डॉली दिल से......
मेरे दिल से पूछो तुमको मेरा छोड़कर जाना मुझको कैसा लगता हैं जब छोड़ना ही था तो फिर अपनाया क्यों दो माझधारो को एक बनाया ही क्यों लहरों का मिलना नहीं था किनारो से तो लहरों को अपने मे शमाया ही क्यों
पर मुझको छोड़ कर तू भी ना जी पायेगा तू भी दो किनारो को एक ना कर पायेगा जब भी शमाना चाहोगे अपने मे मेरा सूखा प्यार याद आएगा आज नहीं तू भी कल रोयेगा जब कोई तेरा अपना तुझे छोड़ कर जायेगा पर शायद तब भी तुमको इतना दर्द ना हो पर मेरे शब्द तेरे आगे तब आएंगे जब भी तू पाना चाहेगा मुझको तब मे रहूँगी ना ही मेरी सांसे रहेगी पर हा मेरा प्यार तेरे मे तब भी रहेगा
बस यूँ ही अपनों के नाम......
डॉली दिल से......
Tuesday, November 27, 2018
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मेरे अपने जो चले गए🙏
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💐💐जन्मदिन है आया भाई खुशियों की लेकर बधाई नाचो गाओ खेलो कूदो और खाओ रस मलाई मन मे रखना एक संकल्प जिसने हमको दिया हैं जन्म...